गौ माता सनातन धर्म की आधार शक्ति है । गौ माता से ही सृष्टि की कल्पना है । स्वयं भगवान श्री हरि भी धरती पर अवतार लेकर गौ सेवा करते हैं , गोविंद गोपाल आदि नाम से विभूषित होते हैं ।

ऐसी गौ माता की सेवा से आज भी मनुष्य अपने जन्म को सार्थक कर सकते हैं ,जन्म जन्मान्तरों के कष्ट ताप पाप मिटा सकते हैं आइए जानें गौ माता से जुड़ी कुछ रोचक तथ्य  ।

 

  1. गौ माता जिस जगह खड़ी रहकर आनंदपूर्वक चैन की सांस लेती है । वहां वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं ।

 

  1. जिस जगह गौ माता खुशी से रभांने लगे उस जगह देवी देवता पुष्प वर्षा करते हैं ।

 

  1. गौ माता के गले में घंटी जरूर बांधे । गाय के गले में बंधी घंटी बजने से गौ आरती होती है ।

 

  1. जो व्यक्ति गौ माता की सेवा पूजा करता है उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है ।

 

  1. गौ माता के खुर्र में नागदेवता का वास होता है । जहां गौ माता विचरण करती है उस जगह सांप बिच्छू नहीं आते ।

 

  1. गौ माता के गोबर में लक्ष्मी जी का वास होता है ।

 

  1. गौ माता कि एक आंख में सूर्य व दूसरी आंख में चन्द्र देव का वास होता है ।

 

  1. गौ माता के दूध में सुवर्ण तत्व पाया जाता है, जो रोगों की क्षमता को कम करता है।

 

  1. गौ माता की पूंछ में हनुमानजी का वास होता है । किसी व्यक्ति को बुरी नजर हो जाये तो गौ माता की पूंछ से झाड़ा लगाने से नजर उतर जाती है ।

 

  1. गौ माता की पीठ पर एक उभरा हुआ कुबड़ होता है , उस कुबड़ में सूर्य केतु नाड़ी होती है । रोजाना सुबह आधा घंटा गौ माता की कुबड़ में हाथ फेरने से रोगों का नाश होता है और उच्च रक्त चाप नियंत्रित होता है ।

 

  1. एक गौ माता को चारा खिलाने से तैंतीस कोटि के देवी देवताओं को भोग लग जाता है ।

 

  1. गौ माता के दूध, घी, मख्खन, दही, गोबर, गोमूत्र से बने पंचगव्य हजारों रोगों की दवा है । इसके सेवन से असाध्य रोग मिट जाते हैं ।गौ मूत्र अर्क से कैंसर जैसी असाध्य बीमारी का भी निवारण होता है ।

 

  1. कहते हैं जिस व्यक्ति के भाग्य की रेखा सोई हुई हो,अर्थात् जिसका भाग्य साथ नहीं दे रहा हो, वो व्यक्ति अपनी हथेली में गुड़ को रखकर गौ माता से चटाये, गौ माता की जीभ हथेली पर रखे गुड़ को चाटने से व्यक्ति की सोई हुई भाग्य रेखा खुल जाती है ।

 

  1. गौ माता के चारों चरणों के बीच से निकल कर परिक्रमा करने से इंसान भय मुक्त हो जाता है ।

 

  1. गौ माता के गर्भ से ही महान विद्वान धर्म रक्षक गौ कर्ण जी महाराज पैदा हुए थे।

 

  1. गौ माता की सेवा के लिए ही इस धरा पर देवी देवताओं ने अवतार लिये हैं ।

 

  1. जब गौ माता बछड़े को जन्म देती तब पहला दूध बांझ स्त्री को पिलाने से उनका बांझपन मिट जाता है,ऐसी मान्यता है ।

 

  1. स्वस्थ गौ माता का गौ मूत्र को रोजाना दो तोला सात पट कपड़े में छानकर सेवन करने से सारे रोग मिट जाते हैं ।

 

  1. गौ माता वात्सल्य भरी निगाहों से जिसे भी देखती है उनके ऊपर गौकृपा हो जाती है ।

 

  1. काली गाय की पूजा करने से नौ ग्रह शांत रहते हैं । जो ध्यानपूर्वक धर्म के साथ गौ पूजन करता है, उनको शत्रु दोषों से छुटकारा मिलता है ।

 

  1. गाय एक चलता फिरता मंदिर है । हमारे सनातन धर्म में तैंतीस कोटि के देवी देवता हैं , हम रोजाना तैंतीस कोटि देवी के देवताओं के मंदिर जा कर उनके दर्शन नहीं कर सकते, पर गौ माता के दर्शन से सभी देवी देवताओं के दर्शन हो जाते हैं ।

 

  1. मान्यता है कि कोई भी शुभ कार्य अटका हुआ हो। बार बार प्रयत्न करने पर भी सफल नहीं हो रहा हो तो गौ माता के कान में कहिये रूका हुआ काम बन जायेगा ।

 

  1. गौ माता सर्व सुखों की दातार है ।

 

हे मां आप अनंत ! आपके गुण अनंत ! इतना मुझमें सामर्थ्य नहीं कि मैं आपके गुणों का बखान कर सकूं ।

 

जय गाय माता की

जय श्री कृष्णा